सांगोद में गत दिनों प्रशासन ने सड़क किनारे बने मकान एवं दुकानों के सामने नालों तक हो रहे अतिक्रमण को हटाने की कार्ययोजना बनाई। प्रशासन ने अतिक्रमण पर सख्ती भी दिखाई तो दुकानदारों से स्वैच्छा से अपने अतिक्रमण हटाने को लेकर समझाईस भी की। ज्यादातर लोगों ने स्वयं ही अपने अतिक्रमण हटा लिए तो कुछ लोगों को प्रशासन को सख्ती दिखानी पड़ी।
सोमवार को पार्षद दिलीप सेन ने भी एसडीएम को ज्ञापन देकर कार्रवाई को सुचारू करने की मांग रखी। पार्षद सेन ने बताया कि कार्रवाई के नाम पर प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए कई लोगों के पक्के अतिक्रमण तोड़ दिए। गुमटियां लगाकर जीवन यापन कर रहे लोगों की गुमटिया हटाकर उन्हें बेरोजगार कर दिया।
लेकिन अब भी कई लोगों के नालों तक हो रहे पक्के अतिक्रमण को नहीं हटाया गया। कुछ दुकानदारों ने समझाईस से नालों के ढकान पर हो रही टाइल्स व पत्थर तो हटा लिए लेकिन पूरा अतिक्रमण नहीं हटाया। ऐसे में जिन लोगों ने स्वैच्छा से अपना अतिक्रमण हटाया वो ठगा सा महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई के नाम सिर्फ गरीब लोगों की गुमटी हटाना ही न्यायोचित है। यदि निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई नहीं हुई तो एक अगस्त से गायत्री चौराहा पर धरना दिया जाएगा।