कोटा
कोटा के दादाबाड़ी इलाके में बुधवार देर रात को पारिवारिक कलह के चलते पति द्वारा अपनी ही पत्नी की बेहरहमी से चाकू मार कर हत्या कर दी थी। आस पास के लोग महिला को घायल अवस्था मे हॉस्पिटल भी लेकर गए जहाँ चिकित्सको ने महिला को मृत घोषित कर दिया गुरुवार सुबह दादाबाड़ी थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सोप दिया।
वही मृतका की बहन समेत परिजनों ने पति इमरान को 12 दिनों में फांसी की देने की मांग की है, साथ ही कहा कि इमरान ने हमारी बहन को बहुत ही बेहरहमी से मारा है। इस लिए मामले में जल्द से जल्द कार्यवाही करते हुए इमारत को फाँसी दी जाए।
जानकारी के मुताबिक, रिजवाना ने 11 साल पहले इमरान नाम के युवक से शादी की थी। इमरान ने अंतिम अर्थात रिजवाना से 16 वर्ष की आयु में ही प्रेम विवाह कर लिया था। दोनों कोटा के विज्ञान नगर इलाके में रहते थे। इनके 3 बच्चे हैं। कुछ समय से पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा था। मारपीट से तंग आकर रिजवाना 2 महीने से अलग रह रही थी और तलाक लेना चाहती थी।
रिजवाना उर्फ अंतिम 10 बहिनों में 9 वें नम्बर की थी। पति की मारपीट से तंग आकर 2 साल तक अलग रही। फिर पति उसे डरा धमकाकर अपने साथ ले गया। और अपने साथ रखा। रिजवाना 2 महीने से बालाकुण्ड इलाके में किराए से रह रही थी। बुधवार को पास ही अपनी बहिन के यहां गई थी। वहां से बहिन की 12 साल की बच्ची के साथ ई मित्र पर किसी काम से गई थी। इस दौरान स्कूटी पर सवार होकर इमरान आया। किराना की दुकान के सामने उसने रिजवाना के गले पर चाकू से हमला कर दिया। लहूलुहान हालत में रिजवाना वहीं गिर गई। चाकू से वार करने के दौरान 12 साल की बच्ची के हाथ पर भी चोट लगी।
बहिन अनिता ने बताया कि 2 महीने पहले भी उसके पति ने बल्ले से सिर पर मारा था। जिससे उसके सिर पर टांके आए थे। बीड़ी, सिगरेट फेंकता था ,उसके शरीर पर जलने के निशान थे। इतना बुरा मारता था कि उसके दांत तोड़ दिए। नाबालिक थी इसलिए उसके चंगुल में फस गई। यह तो गई जब से दुखी है। हम क्या करें हमारी तो बहिन है। हमने तो उसे गले लगा लिया था। पैसा भी देते थे, खर्चा भी चलाते थे। इरफान, रिजवाना को परेशान करता था और बहनों से पैसे लाने के लिए दबाव डालता था। फिर भी रिजवाना उसके पति के साथ ही रही।