कोटा/बूंदी: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का कोटा और बूंदी जिले के बीच 80 किलोमीटर लंबा खंड सोमवार से यातायात के लिए खोल दिया गया है। इससे क्षेत्र के लोगों को दिल्ली-मुंबई के बीच की यात्रा करने में काफी सुविधा होगी।
राज्य सरकार के एक साल पूरे होने पर एनएचएआई ने इसे लोगों को सौगात के रूप में दिया है। फिलहाल इस खंड पर टोल नहीं लगाया जा रहा है। हालांकि, बाइक, थ्री व्हीलर और ट्रैक्टर जैसे छोटे वाहनों को इस एक्सप्रेसवे पर चलने की अनुमति नहीं है।
यातायात में होगा इजाफा: इस एक्सप्रेसवे के खुलने से दरा घाटी में यातायात का दबाव बढ़ने की संभावना है। इससे पहले गुजरात-मध्य प्रदेश बॉर्डर से चेचट तक का हिस्सा चालू हो चुका था। अब वाहन चालक दरा घाटी के बजाय एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल कर सकेंगे।
मुख्य बिंदु:
- लंबाई: 80 किलोमीटर
- शुरुआत: मंडाना (कोटा) से लबान (बूंदी)
- सुविधाएं: फिलहाल टोल फ्री, एक्सिस कंट्रोल
- गति सीमा: कार-जीप 120 किमी/घंटा, ट्रक 80 किमी/घंटा
- निषेध: बाइक, थ्री व्हीलर, ट्रैक्टर
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर संदीप अग्रवाल ने बताया कि एक्सप्रेसवे पूरी तरह से एक्सिस कंट्रोल है। इसलिए छोटे वाहनों को यहां चलने की अनुमति नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि एनएचएआई हेडक्वार्टर से निर्देश मिलने पर टोल वसूली शुरू की जाएगी।
इस एक्सप्रेसवे के खुलने से कोटा, बूंदी, झालावाड़ और बारां जिलों के लोगों को दिल्ली-मुंबई के बीच की यात्रा करने में काफी समय और ईंधन की बचत होगी।